खाद्य प्रद्योगिकी की ट्रेनिंग के मदद से समूह की महिला शुरू करेगी खुद का रोजगार -
उत्पाद की गुणवत्ता ही आपके उत्पाद की मार्केटिंग करेगी : डीसी
-महिलाओं की आर्थिक तरक्की ही समाज व देश की असल तरक्की
फतेहाबाद, 14 जनवरी।
महिलाओं की आर्थिक तरक्की से ही समाज व देश की असल तरक्की है। इसके अभाव में पूर्ण तरक्की की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उत्पाद की गुणवत्ता ही आपके उत्पाद की मार्केटिंग करेगी।
यह बात वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने गांव गिल्लांखेड़ा की समूह की महिलाओं को संबोधित करते हुए कहीं। गांव गिल्लांखेड़ा से समूह की महिलाएं हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान, सोनीपत से 5 जनवरी 2021 से 11 जनवरी 2021 तक 7 दिवसीय खाद्य प्रबंधन का प्रशिक्षण लेकर आई हैं। मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी ज्योति यादव व ग्रामीण आजीकिा मिशन के सहयोग से ये महिलाएं समूह बनाकर काम कर रही है। सीएमजीजीए टीम की निगरानी में ग्रामीण आजीविका मिशन महिलाओं को इस कार्य के लिए प्रेरित कर रहा है। महिलाओं ने स्वयं द्वारा बनाए गए उत्पाद स्कवॉश, केचअप, सॉस आदि उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार व नगराधीश अंकिता वर्मा को भेंट किए।
उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार भी चाहती है कि प्रत्येक जिला से एक उत्पाद पर काम हो। इस दौरान महिलाओं से एक-एक करके अपने अनुभव सांझा किए। महिलाओं ने उपायुक्त डॉ. बांगड़ को बताया कि उन्होंने इस प्रशिक्षण के दौरान स्कवॉश, जैम, जैली, केचअप, सॉस आदि बनाना सीखा है। महिलाओं ने बताया कि इस दौरान उन्होंने फलों व सब्जियों से प्राप्त वेस्ट का प्रबंधन कर उससे धन उपार्जन कैसे किया जा सकता है।
उपायुक्त ने कहा कि आपको अपने उत्पाद का ग्राहक से फीडबैक जरूर लेना है, जिससे आप मार्किट में पहले से मौजूद उत्पाद से अच्छा उत्पाद ग्राहक को दे सकें। उन्होंने बताया कि हमें उन तकनीकी बारीकियों को सिखना होगा, जिससे हमारे उद्यम में तैयार किए गए उत्पाद लंबे समय तक बचाकर रख सकें। उन्होंने कहा कि आपको अपने उत्पाद की गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा, ताकि आप बड़े शहरों में अपने उत्पाद को आसानी से बेच सको। उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने कहा कि उनके उत्पाद की मार्केटिंग में भी उनकी ओर से हर संभव सहयोग किया जाएगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी ज्योति यादव ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान सभी महिलाओं बारीकियों को सिखते हुए प्रशिक्षण लिया है, जिसके बाद समूह की महिलाएं अपना उद्यम शुरू करने के लिए सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने अपने उद्यम का नाम स्वशक्ति रखा है, जिसके माध्यम से समूह की महिलाएं अपना काम शुरू करेंगी। इस उद्यम को शुरू करने के लिए गांव गिल्लांखेड़ा के पास ढाणी बिलासपुर में जगह का भी चयन कर लिया गया है। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त सम्वर्तक सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक रणविजय, खंड इंचार्ज अमित कुमार, एलडीएफए अमित जोइशी, वाईपी कृष्णा कुमार झा, किरण, एसवीइपी मेंटर अर्चना, सोनिया, अंजु, संजु, जरीना, कमलेश, नीलम, मंजू, नूरजहां, बिरखा, गुरमीत, रेखा, रूबी, स्वर्णकौर आदि मौजूद रहे।
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