भगवान हनुमान जी अपने हिन्दू महाकाव्य रामायण के एक ख़ास पात्र है उनका जिक्र बहुत से महाकाव्यों में भी होता है महाभारत में भी उनके चमत्कार बताये गए है और बहुत सारी पुस्तको में पवित्र काव्यो में भी बताया गया है हमने बहुत सारी ऐसी कहनिया भी सूनी है जहा पर ये बताया गया है कई भगवान पृथ्वी पर आये थे अवतार लिया था और प्रस्थान कर गए सभी देवी देवताओ के बारे में कहानिया है जेसे भगवान् राम ,भगवान कृष्ण धरती लोक को छोड़ कर चले गए थे लेकिन ऐसी कोई कहानी नहीं है किसी भी वेदों में पुस्तकों में की हनुमान जी भी धरती छोड़ कर चले गए थे महाकाव्यों में ये बतया गया है की हनुमान जी को माता सीता ने वरदान दिया था की जब तक धरती है वो यही रहकर भगतो का कल्याण करेगे!
ऐसा माना जाता है हनुमान जी शिव शंकर के 11वे रूद्र रूप है यानि कहने का मतलब है उनके जीवित हिस्से है पृथ्वी पर!
वे पवन (वायु) पुत्र है माँ अंजना और केसरी के पुत्र के रूप में उन्होंने अवतार लिया था हनुमान जी को लाखो कर्रोड़ो लोगो द्वारा पूजा जाता है उनकी कहानियों को उनकी बहादुरी, साहस, शक्ति, मासूमियत, करुणा, निस्वार्थता और ज्यादातर भगवान राम के प्रति उनकी भक्ति के लिए जाना जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार, जब भगवान राम अपने निवास वैकुंठ गए, तो उन्होंने भगवान हनुमान को आशीर्वाद दिया कि वह दुनिया के अंत तक और रामायण के अस्तित्व तक जीवित रहेंगे।
हनुमान जी अमर है वे इस कलयुग में भी मौजूद हैं रामेश्वरम (तमिलनाडु) में गंधमादन पर्वत पर, जहां वे अपने स्वामी राम की पूजा करते हैं, उनका मंदिर अन्य रामायण मूर्तियों के साथ स्थित है। जब भी लोग रामेश्वरम में न केवल भगवान हनुमान के मंदिर के पास बंदरों को देखते हैं, वे इसे अपने अस्तित्व के प्रमाण के रूप में मानते हैं और उनके अनुसार, भगवान हनुमान अपनी उपस्थिति महसूस करते हैं, जब भी और जहां भी शुद्ध हृदय वाले समर्पित भक्त भगवान राम का नाम जपते हैं।
हनुमान जी को केवल शुद्ध हृदय वाला ही पा सकता है मुझे नहीं पत्ता दुनिया क्या सोचती है पर जब भी आप मुसीबत में हो तो उसी समय कुछ देर के लिए उनको याद करो तो अवश्य ही आप का कल्याण करेगे
आप के लिए कोई ना कोई रास्ता निकालेगे अगर आप का विश्वास उन पर है तो आप का भला जरुर करेगे! जय श्री राम!
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